केंद्र 5 साल में एक हजार नए मार्गों पर और 100 से ज्यादा नए एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू करेगा। इसी क्रम में 'उड़ान' योजना के चौथे चरण की बोली प्रक्रिया मंगलवार को शुरू हुई। तीन चरण में 700 मार्गों का आवंटन हुआ है। इनमें से 232 मार्गों पर सेवा शुरू हो चुकी हैं। सरकार ने एक बयान में कहा कि नागर विमानन मंत्रालय की इस योजना के चौथे चरण में पूर्वोत्तर के क्षेत्र, पहाड़ी राज्यों, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और द्वीपों पर मुख्य ध्यान दिया गया है। अयोध्या के निकट फैजाबाद हवाईअड्डे को भी इस चरण में ऑफर किया गया है। चौथे चरण में हेलीकॉप्टर और सी प्लेन के नॉन-शिड्यूल्ड ऑपरेटर भी बोली लगा पाएंगे। उड़ान योजना के जरिए सरकार छोटे-छोटे शहरों को हवाई मार्ग से जोड़ना चाहती है।
उड़ान-4 में शामिल किए गए प्राथमिकता क्षेत्रों वाले प्रमुख हवाईअड्डों की सूची
- अंडमान निकाबार द्वीप समूह : कैंपबेल बे, कार निकोबार और शिबपुर
- अरुणाचल प्रदेश : अलिन्या, अलोंग, डपरिजो और मेचुका
- असम : डरांग, डिंजन, लेडो और मीसा मारी
- जम्मू कश्मीर : अखनूर, चांब, चुशल, पूंछ, राजौरी और उधमपुर
- मेघालय : शेला और तूरा
- त्रिपुरा : कैलाशहर और कमलपुर
- उत्तराखंड : गौचर
अन्य प्रमुख हवाईअड्डों की सूची
कुर्नूल (आंध्र प्रदेश), मुद्रा (गुजरात), बोकारो (झारखंड), अमरावती, सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी (महाराष्ट्र), लुधियाना और पाठानकोट (पंजाब), कोटा (राजस्थान), राउरकेला (ओडिशा), सेलम (तमिलनाडु), उत्तर प्रदेश में फैजाबाद (अयोध्या) और सहारनपुर (सरसावा) और हशिमारा (पश्चिम बंगाल)।
21 अक्टूबर 2016 को हुई थी योजना की शुरूआत
केंद्र सरकार ने हवाई सम्पर्क को प्रोत्साहन देने और हवाई यात्रा को आम जनता के लिए किफायती बनाने के लिए 21 अक्टूबर 2016 को क्षेत्रीय संपर्क योजना - (उड़े देश का आम नागरिक) उड़ान का शुभारंभ किया था।